हमें बचपन से ही एक बात घुट्टी
की तरह पिलाई जाती है कि.... सभी धर्म समान हैं...!
लेकिन.... हकीकत में जब हम सभी
धर्म और सभी धर्म ग्रंथों में लिखी बातों
का तुलनात्मक अध्धयन करते हैं तो..... हमें ... हिन्दू सनातन धर्म ग्रन्थ के अलावा .... अन्य सभी धर्मग्रंथों और
उसमे लिखी बातें काफी अवैज्ञानिक तथा
हास्यास्पद सी लगती है...!
इसीलिए कभी कभी ... ये संदेह सा उत्पन्न होने लगता है कि..... कहीं ""सर्वधर्म समभाव"" का नारा...... अन्य सभी
अवैज्ञानिक एवं बेतुके धर्मों को...... महान एवं पूर्णतः वैज्ञानिक हिन्दू धर्म के ... समकक्ष खड़ा करने का एक कुत्सित प्रयास तो नहीं है....?????
आज मैं ....... ""सर्वधर्म समभाव"" के नारे पर पड़ा पर्दा
उतारने के लिए...... सभी धर्मों में
लिखे खगोल विज्ञान की जानकारी को
ही उठाती हूँ.... क्योंकि... सदियों से आकाश... सूर्य...
चन्द्र और तारे.... हम मनुष्यों को विस्मित करते रहे हैं....
सबसे पहले.... हम हमारे हिन्दू धर्म...... और, हमारे "धर्म
ग्रन्थ वेद" को देखते हैं....
हमारे वेद लाखों वर्ष पूर्व लिखे गए हैं..... और वेद के
अनुसार....
पृथ्वी गोल है.... और, सूर्य के चारो और
अपनी धुरी पर घूमती
है...........(ऋग्वेद -1 /11 /15 )
और.... हमारे वेदों से ज्ञान प्राप्त करके .......
गैलीलियों ने 1626 के आस पास यही
बात... ईसाईयों को बतलाई.... तो उस समय के पोप ने उसे 10 वर्ष का कारावास दे दिया .... क्योंकि.... ईसाई पंथ और उनके बाईबल के
अनुसार ........सूर्य प्रथ्वी के चारो और घूमता है...!
अब हम जरा इस्लाम की ओर भी नजर
दौडाते हैं..........जिसे मुस्लिम ... सर्वश्रेष्ठ धर्म बताते
नहीं अघाते हैं....!
इस्लाम के धर्म ग्रथ कुरान .... जिसकी व्याख्या
इब्नेक्सीर ने की....... खगोल
की जानकारी .... पेज 27 के पारा 13 पर
और .... पेज 48 के पारा 27 पर मिलती है ..... और,
मजे की बात है कि....दोनों ही स्थान पर
पृथ्वी को चपटा कहा गया है.
यहाँ तक कि..... 1969 में जब आदमी चाँद पर
पहुंचा... और, जब उसने कहा कि मुझे चाँद से पृथ्वी
गोल नजर आती है , तो अरब के सुल्तान फैसल ने
इसका विरोध करते हुए कहा कि.... यह बिल्कुल झूठ है....
क्योंकि कुरान के अनुसार तो पृथ्वी चपटी
है.
कुरान के अनुसार .... जिसे मकतब अलाह्सनात रामपुर ने प्रकाशित
किया है ,.... के पारा 14, सूरा 16, आयत 15 में अल्लाह
की वाणी है ....
जिसमे अल्लाह ने बताया है कि.......... अल्लाह ने
धरती पर पहाड़ क्यों बनाए .....
जरा आप भी.... अल्लाह की उस
वाणी को सुनें...... और, खुद ही समझने
का प्रयास करें.... तथा , इस्लामी ज्ञान बढ़ाएं...
"और, उस खुदा ने धरती में अटल पहाड़ ड़ाल दिए ताकि
वह तुम्हे लेकर लुढ़क न जाय."
और तो और....कुरान के लखनऊ के संस्करण में उपरोक्त आयत
का अर्थ दिया है.....
"और, पहाड़ जमीन पर गाड़े गए ताकि
जमीन तुम्हे एक तरफ लेकर लुढ़क न जाय."
यह सचमुच में ...... काफी हास्यप्रद बात है कि
..... कुरान का अल्लाह ये भी नहीं जानता
कि..... पृथ्वी चपटी नहीं
बल्कि गोल है..... !
वारी जाऊं मै तो......अल्लाह के ऐसे ज्ञान और खुदाई
पुस्तक कुरान पर.
जबकि.... हमारा यजुर्वेद साफ साफ कहता है कि....
"यह भूगोल पृथ्वी जल और अग्नि के निमित्त अर्थात
उत्पन्न हुई... अपनी कक्षा में सबकी
रक्षा करने वाले सूर्य के चारों तरफ घूमती है.....
और, इसी से दिन-रात ,ऋतु और अन्य आदि काल
विभाग से संभव होते हैं। ....." (यजुर्वेद -३/६)
अब सारी सच्चाई आपके सामने है.....और, आप
स्वयं ही सोचें कि... क्या पृथ्वी को बनाने
वाले अल्लाह को इतना भी ज्ञान नहीं कि
... पृथ्वी गोल है या चपटी...????
अब सारी बातें जानकर मुझे तो इस बात की
बहुत ही चिंता हो रही है कि......
पृथ्वी पर डाले गए पहाड़.... कहीं
मोहम्मद की कब्र, ... उसकी कुरान और
उसके शिष्यों को ही लेकर ना लुढ़क जाए.
नोट: यह लेख किसी की धार्मिक भावना को
आहत करने के लिए नहीं लिखी
गयी है... बल्कि.. सभी को
सभी धर्मों की जानकारी देने के
पवित्र उद्देश्य से लिखी गयी है...!
की तरह पिलाई जाती है कि.... सभी धर्म समान हैं...!
लेकिन.... हकीकत में जब हम सभी
धर्म और सभी धर्म ग्रंथों में लिखी बातों
का तुलनात्मक अध्धयन करते हैं तो..... हमें ... हिन्दू सनातन धर्म ग्रन्थ के अलावा .... अन्य सभी धर्मग्रंथों और
उसमे लिखी बातें काफी अवैज्ञानिक तथा
हास्यास्पद सी लगती है...!
इसीलिए कभी कभी ... ये संदेह सा उत्पन्न होने लगता है कि..... कहीं ""सर्वधर्म समभाव"" का नारा...... अन्य सभी
अवैज्ञानिक एवं बेतुके धर्मों को...... महान एवं पूर्णतः वैज्ञानिक हिन्दू धर्म के ... समकक्ष खड़ा करने का एक कुत्सित प्रयास तो नहीं है....?????
आज मैं ....... ""सर्वधर्म समभाव"" के नारे पर पड़ा पर्दा
उतारने के लिए...... सभी धर्मों में
लिखे खगोल विज्ञान की जानकारी को
ही उठाती हूँ.... क्योंकि... सदियों से आकाश... सूर्य...
चन्द्र और तारे.... हम मनुष्यों को विस्मित करते रहे हैं....
सबसे पहले.... हम हमारे हिन्दू धर्म...... और, हमारे "धर्म
ग्रन्थ वेद" को देखते हैं....
हमारे वेद लाखों वर्ष पूर्व लिखे गए हैं..... और वेद के
अनुसार....
पृथ्वी गोल है.... और, सूर्य के चारो और
अपनी धुरी पर घूमती
है...........(ऋग्वेद -1 /11 /15 )
और.... हमारे वेदों से ज्ञान प्राप्त करके .......
गैलीलियों ने 1626 के आस पास यही
बात... ईसाईयों को बतलाई.... तो उस समय के पोप ने उसे 10 वर्ष का कारावास दे दिया .... क्योंकि.... ईसाई पंथ और उनके बाईबल के
अनुसार ........सूर्य प्रथ्वी के चारो और घूमता है...!
अब हम जरा इस्लाम की ओर भी नजर
दौडाते हैं..........जिसे मुस्लिम ... सर्वश्रेष्ठ धर्म बताते
नहीं अघाते हैं....!
इस्लाम के धर्म ग्रथ कुरान .... जिसकी व्याख्या
इब्नेक्सीर ने की....... खगोल
की जानकारी .... पेज 27 के पारा 13 पर
और .... पेज 48 के पारा 27 पर मिलती है ..... और,
मजे की बात है कि....दोनों ही स्थान पर
पृथ्वी को चपटा कहा गया है.
यहाँ तक कि..... 1969 में जब आदमी चाँद पर
पहुंचा... और, जब उसने कहा कि मुझे चाँद से पृथ्वी
गोल नजर आती है , तो अरब के सुल्तान फैसल ने
इसका विरोध करते हुए कहा कि.... यह बिल्कुल झूठ है....
क्योंकि कुरान के अनुसार तो पृथ्वी चपटी
है.
कुरान के अनुसार .... जिसे मकतब अलाह्सनात रामपुर ने प्रकाशित
किया है ,.... के पारा 14, सूरा 16, आयत 15 में अल्लाह
की वाणी है ....
जिसमे अल्लाह ने बताया है कि.......... अल्लाह ने
धरती पर पहाड़ क्यों बनाए .....
जरा आप भी.... अल्लाह की उस
वाणी को सुनें...... और, खुद ही समझने
का प्रयास करें.... तथा , इस्लामी ज्ञान बढ़ाएं...
"और, उस खुदा ने धरती में अटल पहाड़ ड़ाल दिए ताकि
वह तुम्हे लेकर लुढ़क न जाय."
और तो और....कुरान के लखनऊ के संस्करण में उपरोक्त आयत
का अर्थ दिया है.....
"और, पहाड़ जमीन पर गाड़े गए ताकि
जमीन तुम्हे एक तरफ लेकर लुढ़क न जाय."
यह सचमुच में ...... काफी हास्यप्रद बात है कि
..... कुरान का अल्लाह ये भी नहीं जानता
कि..... पृथ्वी चपटी नहीं
बल्कि गोल है..... !
वारी जाऊं मै तो......अल्लाह के ऐसे ज्ञान और खुदाई
पुस्तक कुरान पर.
जबकि.... हमारा यजुर्वेद साफ साफ कहता है कि....
"यह भूगोल पृथ्वी जल और अग्नि के निमित्त अर्थात
उत्पन्न हुई... अपनी कक्षा में सबकी
रक्षा करने वाले सूर्य के चारों तरफ घूमती है.....
और, इसी से दिन-रात ,ऋतु और अन्य आदि काल
विभाग से संभव होते हैं। ....." (यजुर्वेद -३/६)
अब सारी सच्चाई आपके सामने है.....और, आप
स्वयं ही सोचें कि... क्या पृथ्वी को बनाने
वाले अल्लाह को इतना भी ज्ञान नहीं कि
... पृथ्वी गोल है या चपटी...????
अब सारी बातें जानकर मुझे तो इस बात की
बहुत ही चिंता हो रही है कि......
पृथ्वी पर डाले गए पहाड़.... कहीं
मोहम्मद की कब्र, ... उसकी कुरान और
उसके शिष्यों को ही लेकर ना लुढ़क जाए.
नोट: यह लेख किसी की धार्मिक भावना को
आहत करने के लिए नहीं लिखी
गयी है... बल्कि.. सभी को
सभी धर्मों की जानकारी देने के
पवित्र उद्देश्य से लिखी गयी है...!
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